teachask

HTML क्या है क्या काम आती है और कैसे सीखें हिंदी में जानकारी

 

HTML क्या है क्या काम आती है और कैसे सीखें हिंदी में जानकारी


Internet पर उपलब्ध सारा डेटा वेब डॉक्युमेंट्स के रूप में उपलब्ध है. इन डॉक्युमेंट्स को कम्प्यूटर सर्वर पर सेव कर दिया जाता है. जहाँ से URL के जरिए इन्हे कोई भी एक्सेस कर सकता है.

क्या आपने कभी सोचा है ये वेब डॉक्युमेंट कैसे बनाते है? किस भाषा में लिखा जाता है, कौन वेब डॉक्युमेंट्स को लिखता है?

यदि आपके पास कोई जवाब नहीं है तो कोई बात. क्योंकि इसका जवाब हम आपको दे रहे हैं.

वेब डॉक्युमेंट्स को HTML Language में लिखा जाता है. जो एक मार्कअप लैंगुएज है. यह वेब डॉक्युमेंट्स का आधार होती है.

अब सवाल आता है यह HTML क्या होती है – What is HTML in Hindi?

कितना आसान सुनाई पढता है. एक साधारण सवाल है. हाँ साधारण, लेकिन एक उपयोगी प्रश्न जो प्रत्येक HTML सीखने वाले को जानना जरूरी है. क्योंकि यह तो बुनियाद है.

हम जिस भाषा में कार्य कर रहे है या चाहते है उसके बारे में तो हमें पता होना ही चाहिए. आइए, जानते है कि HTML क्या है?

click

HTML क्या है?

HTML एक MarkUp Language है, जिसे वेब डॉक्युमेंट (वेब पेज) बनाने के लिए विकसित किया गया है. इसका विकास 90 के दशक में हुआ था. यह एक वेब पेज का आधार होती है और वेब पेज एक वेबसाइट का आधार होते है. HTML वेब डॉक्युमेंट को बनाने के किए ‘Tags’ का इस्तेमाल करती है.

Description: HTML Kya Hai in Hindi

अब एक विचार जरूर आपके मन में खलबली मचा रहा होगा और ये होना भी चाहिए.

वह क्या है?

ऊपर HTML को  Markup Language कहा गया है? लेकिन, ये Markup Language है क्या? आइए, इसे भी जानते है.

HTML Full Form in Hindi

HTML की Full Form या पूरा नाम Hypertext Markup Language होता हैं. जिसमें प्रत्येक शब्द का अलग-अलग मतलब होता हैं. आइए अब प्रत्येक शब्द का अर्थ जानते हैं. और समझते है कि HTML को Markup Language क्यों कहा जाता हैं?

Hypertext

हाइपरटेक्स्ट वह तरीका है जिसके द्वारा वेब को Explore किया जाता है. यह एक साधारण टेक्स्ट ही होता है. लेकिन, Hypertext अपने साथ किसी अन्य टेक्स्ट को जोड़े रखता है. जिसे माउस क्लिक, टैप से या कुंजि दबाकर सक्रिय किया जाता है.

इसकी यही विशेषता इसे साधारण टेक्स्ट से अलग करती है. हाइपरटेक्स्ट को हाइपरलिंक कहते है.

HTML के Anchor (< a >) Tags के द्वारा किसी भी टेक्स्ट को हाइपरलिंक बनाया जा सकता है. इसके अलावा, इमेज्स, वीडियो, साउण्ड आदि को भी हाइपरलिंक बनाया जा सकता है. इस प्रकार का लिंक डेटा Hypermedia कहलाता है.

Hypertext की एक और विशेषता होती है कि यह रेखीय (linear) नही होता है अर्थात हाइपरटेक्स्ट को किसी भी क्रम में सक्रिय किया जा सकता है.

Markup

HTML वेब डॉक्युमेंट बनाने के लिए “HTML Tags” का उपयोग करती है. प्रत्येक HTML Tag अपने बीच आने वाले टेक्स्ट को किसी प्रकार में परिभाषित करता है. इसे ही Markup कहते है. <i>एक HTML Tag है जो अपने बीच आने वाले टेक्स्ट को तिरछा (italic) करता है.

इसे एक उदाहरण से समझते है.

हम एक शब्द लेते है, ‘teachask’ जिसे साधारण लिखा गया है. जो हमें आम टेक्स्ट की तरह ही सीधा “teachask” दिखाई दे रहा है. अब हम इसे HTML के द्वारा Markup करते है. और Markup मे हम इसे तिरछा करते है. जब teachask को इन दोनो चिन्हों <i> </i> के बीच इस तरह <i> teachask</i> लिखा जायगा तो यह शब्द इस तरह तिरछा teachaskदिखाई देगा. अर्थात इसे तिरछा (italic) Markup किया गया है.

इस पूरी प्रक्रिया को ही मार्क अप करना कहता है. और वेब पर मौजूद सभी वेब डॉक्युमेंट इसी तरह फॉर्मेट किए जाते हैं.

Language

HTML एक भाषा है. क्योंकि यह वेब डॉक्युमेंट बनाने के लिए code-words का इस्तेमाल करती है. जिन्हें Tags कहते है. और इन Tags को लिखने के लिए HTML का syntax भी है. इसलिए यह एक भाषा भी है. नीचे HTML का Syntax दिखाया गया है.

 

इसके तीन मुख्य भाग होते है. जो क्रमश: Element, Tags और Text है.

HTML Element, HTML Tag से मिलकर बनता है. Angel Bracket के बीच जो शब्द या अक्षर लिखा होता है, इसे HTML Tag कहते है. यह दो प्रकार का होता है. पहला, Opening tag और दूसरा Closing tag. और अंतिम भाग होता है टेक्स्ट जो HTML Tag के बीच लिखा जाता है.


HTML का इतिहास – HTML History in Hindi

आइए अब हम HTML की दुनिया में थोड़ा पीछे चलते है और इसके इतिहास को जानने कि एक कोशिश करते है.

HTML का विकास 90 के दशक में हुआ था और अभी भी जारी है. क्योंकि HTML एक लगातार विकास करने वाली भाषा है. इसके अब तक कई संस्करण आ चुके है.

यह भाषा माननीय Sir Tim Berners Lee के दिमाग की उपज है. सबसे पहले इन्होने ही HTML का उपयोग किया था.

वर्तमान समय में HTML के विकास का जिम्मा एक संस्था “World Wide Web Consortium (W3C)” के पास है. यह संस्था ही अब HTML का ख्याल रखती है. आइए जानते है अब तक आए HTML के संस्करणों के बारे में.

HTML

यह संस्करण SGML –Standard Generalized Markup Language का रूप था. HTML प्राथमिक संस्करण है.

इसके द्वारा टेक्स्ट को Structure किया जा सकता था. इसके लिए कुछ Tags का निर्माण किया गया था और इस संस्करण का कोई नाम नही था इसे सिर्फ HTML कहा गया. लेकिन HTML के अगले संस्करणो के नाम थे. इसलिए सुविधा के लिए इस संस्करण को HTML 1.0 भी कहा जाता है.

जो HTML Tags इस समय उपयोग में लिये जाते थे, कुछ Tags आज भी मौजूद है. जो हम HTML पर कार्य करते समय काम में लेते है.

HTML 2.0

HTML के प्राथमिक संस्करण के बाद एक समूह IETF – Internet Engineering Task Force द्वारा HTML के अगले संस्करण का नामकरण किया गया. यह HTML 2.0 संस्करण कहलाया जिसे 1995 में प्रकाशित किया गया था.

इस संस्करण में कुछ नयी विशेषताएँ जोड़ी गई जिसमें Image Tagसबसे महत्वपूर्ण था. लेकिन अभी Internet ज्यादा लोकप्रिय नही हुआ था.

HTML 3.0

इस समय तक HTML और इंटरनेट अपनी छाप छोड चुके थे और दोनो लोकप्रिय होने लगे थे. अब पहल से ज्यादा लोग इससे जुड चुके थे. अधिक से अधिक लोग HTML सीखना चाहते थे और Internet से जुडना भी चाहते थे.

इसलिए HTML के अधिक उपयोग के कारण इसमे कुछ उलझने पैदा हो गई थी. जो Standard इसमें तय किया था लोग उसमें परिवर्तन करने लगे थे. जिससे इसकी एकरूपता समाप्त होने लगी थी. इसलिए HTML का अगला संस्करण तैयार किया गया जो HTML 3.0 था. लेकिन इसे कभी भी प्रकाशित नही किया गया.

HTML 3.2

HTML 1.0 के प्रकाशन और HTML 3.0 की सिफारिश तक एक संगठन का उद्भव हो चुका था, जो HTML भाषा के लिए कार्य करने के लिए बना है. इसे W3C – World Wide Web Consortium के नाम से जाना जाता है.

W3C के द्वारा 1997 में HTML 3.0 की सिफारिशों के साथ HTML का अगला संस्करण HTML 3.2 का प्रकाशन किया गया. इसमें HTML के दोनों संस्करणों से ज्यादा विशेषता थी.

HTML 3.2 के द्वारा अब HTML Document को और अधिक तरीके से बनाया जा सकता था. इस संस्करण में कई नये ‘Attribute’ को जोडा गया जो डॉक्युमेंट के structure से ज्यादा उसकि ‘style’ के लिए थे. लेकिन, इस समय तक HTML को पढ़ने वाले यानि ‘ Browsers ‘ बहुत धीमें थे. ये अभी भी HTML 3.2 के सभी विशेषताओं को सपोर्ट नही करते थे.

HTML 4.0

अब Internet काफि लोकप्रिय हो चुका था. अधिक से अधिक लोग HTML सीखना चाहते थे. और जो पहले से ही इससे जुड़े थे. वे HTML से ज्यादा चाहने लगे. इसलिए इस रिक्त स्थान को भरने करने के लिए HTML का अगला संस्करण HTML 4.0 का प्रकाशन किया गया.

और अब तक ‘Style Sheet’ भी अपना स्थान बनाने लगी थी. इसलिए इस संस्करण में कुछ और विशेषताएं जैसे; frame, script, stylesheet आदि को जोडा गया. और इसे पढने वाले ब्राउजर भी अब कुछ एडवांस हो चुके थे. तथा HTML के अधिकतर विशेषताओं को पढ सकते थे. यह HTML के इतिहास में एक बड़ा बदलाव था.

HTML 4.01

HTML का अगला संस्करण HTML 4.01 था जो HTML 4.0 का संशोधित संस्करण है. इसे W3C द्वारा 1999 में प्रकाशित किया गया था. आज लगभग वेबसाइट इसी संस्करण में बनी हुई है.

HTML 5

HTML का सबसे नवीनतम संस्करण HTML 5 है. इसमे HTML 4.01 कि विशेषताओं के अलावा XML कि विशेषताओं को भी जोडा गया है. यह संस्करण धीरे-धीरे अपनी पहचान बना रहा है. और काफि लोकप्रिय हो चुका है.


HTML का उपयोग कहाँ और कैसे किया जाता है?

HTML का उपयोग कहाँ किया जाता है?

यह एक साधारण और बेतुका सवाल लग सकता है. मगर, इसे गहराई से सोचने पर इसकी असलियत का पता चलता है.

आप पहले ही जान चुके है कि एचटीएमएल का उपयोग वेब डॉक्युमेंट बनाने के लिए किया जाता है. मगर, यह सिर्फ वेब डॉक्युमेंट बनाने तक सीमित नहीं है.

क्योंकि HTML वेब का आधार है. इसके बिना वेब का निर्माण की कल्पना भी नहीं की जा सकती है.

HTML Document बनाने के अलावा इसका उपयोग यहाँ भी खूब किया जाता है.

·         Web Page Development

·         Navigation

·         Game Development

·         Responsive Graphics

·         Web Document Formatting

हमने ये तो जान लिया है कि HTML का उपयोग (HTML Uses in Hindi) कहाँ किया जाता है.

आइए, अब जानते है इसे कैसे इस्तेमाल करते है. अर्थात HTML से वेबपेज (वेब डॉक्युमेंट) कैसे बनाते है?

एचटीएमएल से वेबपेज बनाना बहुत ही आसान है. इसे हम एक उदाहरण से समझते है.

निर्देश:-

·         नीचे जो HTML Code दिया गया है. उसे हू-ब-हू कॉपी कीजिए.

·         फिर इस कोड को किसी टेक्स्ट एडिटर प्रोग्राम (नोटपेड) में पेस्ट कर दीजिए.

·         इसके बाद इस फाइल को .html फाइल एक्सटेंशन लगाकर सेव कर दीजिए.

·         सेव करने के बाद इस फाइल को किसी भी ब्राउजर में ओपन करें.

·         आपका वेबपेज तैयार हो गया है.

HTML Example:

 <!DOCTYPE HTML>

<HTML>

<HEADER>

<TITLE>My First HTML Document</TITLE>

</HEADER>

<BODY>

<H1>This is Heading of Document</H1>

<P>This is first paragraph of this document.</P>

<P>This is second paragraph of this document. You can add as many paragraphs as possible like this.</P>

</BODY>

</HTML>


HTML कैसे सीखें – How to Learn HTML in Hindi?

इस वेब प्रोग्रामिंग भाषा HTML को सीखना बहुत ही आसान है. आप कुछ ही घंटों की ट्रैनिंग से अपना खुद का वेब डॉक्युमेंट बनाने में कामयाब हो जाते है.

नीचे हम एचटीएमएल सीखने के अलग-अलग तरीके बता रहे है. जिनके द्वारा आप खुद घर बैठे HTML सीख सकेंगे.

1.   ऑनलाइन सीखें

2.   वेब डिजाइनिंग कोर्स जॉइन करें

3.   किताबें खरिदें

4.   ऑफलाइन ट्युटोरिंग लें

5.   यूट्यूब से सीखें

#1 ऑनलाइन सीखें

आजकल डिजिटल शिक्षा का बोलबाला है. इसलिए, आप अपने हिसाब से किसी ऑनलाइन सोर्स से Free HTML Training लें सकते है.

इंटरनेट पर सैकड़ों साइट मौजूद है. जो एचटीएचएल की फ्री ट्रैनिंग दे रहें है. नीचे कुछ लोकप्रिय वेब पोर्टल का नाम दिया जा रहा है. जहाँ से आप फ्री में एचटीएमएल सीख सकते हैं.

·         W3Schools.com

·         Udemy.com

#2 वेब डिजाइनिंग कोर्स जॉइन करें

यदि आप ऑनलाइन नही सीख सकते है. और आपको परंपरागत शिक्षा प्रणाली ही अच्छी लगती है. तो आप किसी भी नजदीकि इंस्टीट्युट में जाकर वेब डिजाइनिंग कोर्स में एडमिशन लें सकते है.

इस कोर्स में आपको HTML के साथ अन्य वेब तकनिकों जैसे सीएसएस एवं जावा स्क्रिप्ट की ट्रैनिंग भी साथ में उपलब्ध करवाई जाती है.

इसलिए, आप अपने बजट और इंस्टीट्युट की साख को मद्दे नजर रखते हुए. उसका चयन करें और एडमिशन लेकर ट्रैनिंग शुरु करें.

इस ट्रैनिंग के दौरान आपको लाइव प्रोजेक्ट्स पर काम करने का अनुभव मिलता है और पढ़ाई पूरी होने के बाद सर्टिफिकेट भी दिया जाता है. जो आपकी योग्यता को साबित करने के लिए एक अनिवार्य दस्तावेज होता है.   

#3 किताबें खरिदें

किसी भी स्किल को सीखने का आधार किताबें होती है. इनके द्वारा हम लेखक से आभासी रूप में जुड़े रहते है. और उनके ज्ञान का सीधा लाभ लेते है.

इसलिए, आप सेल्फ लर्निंग और सैध्दातिंक ज्ञान के लिए Best HTML Books बाजार से खरीदकर खुद उदाहरणों के जरिए सीखना शुरु करें.

हमें पूरा विश्वास है. यदि आप किताब में दिए गए निर्देशों का पालन यथावत करते है तो आप 100% वेबपेज बनाना सीख लेंगे.

#4 ऑफलाइन ट्युटोरिंग लें

वैसे यह भी कोर्स जॉइन करने के जैसा ही है. मगर, फर्क बस इतना है कि यहाँ आप को कोर्स वगैरह में एडमिशन नही लेते है. केवल, पड़ोस के HTML Master से ट्रैनिंग लेते है.

इस ट्रैनिंग का फायदा किसी इंस्टीट्युट ट्रैनिंग से ज्यादा मिलता है. क्योंकि आप सीखने वाले केवल आप होते है. और आपको काम करने का अनुभव भी मिलता है.

क्योंकि, इस तरह की ट्युटोरिंग देने वाले अधिकतर ट्युटर फ्रीलांसर होते है. और फ्रीलांसिंग करके अपना गुजारा चलाते है. इसलिए, इनके पास कई-कई प्रोजेक्ट्स होते है.

#5 यूट्यूब से सीखें

आजकल यूट्यूब सीखने का नया प्लैटफॉर्म उभर रहा है. खासकर भारत देश में तो इसका क्रेज कुछ ज्यादा ही दिखाई पड़ता है.

चुंकि, यूट्यूब की पढ़ाई मुफ्त है. इसलिए, स्टुडेंट्स इसे प्राथमिकता देते है.

मगर, यूट्यूब पर उपलब्ध HTML Videos को हम क्वालिटी के लिहाज से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं मान सकते है. और ना ही विश्वसनीय सोर्स से इस प्रकार से वीडियो बनाए जाते है. इसलिए, यूट्यूब लर्निंग को हमेशा शक की दृष्टि से देखा जाता है. और इसे कम विश्वसनीय मानते है. बाकि फैंसला आपको करना है.


आपने क्या सीखा?

इस लेख में आपने जाना कि HTML क्या होती है, HTML फुल फॉर्म क्या है? साथ ही आपने जाना कि HTML का उपयोग कैसे और कहाँ होता है? और HTML कैसे सीखते है?

हमे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा. यदि आपको एचटीएमएल से संबंधित कोई भी सवाल या विचार है तो उसे आप कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है.

#BeDigital

Webpage क्या है और एक वेबपेज कैसे बनाये हिंदी में जानकारी

क्या आप जानते है अभी आप एक Webpage (वेबपेज) को ही पढ रहे है. चौंकिए मत ये सच है! आप एक HTML Document को ही पढ रहे है. और थोडी ही देर में जान जाऐंगे कि एक वेबपेज क्या है? एक HTML Document क्या होता है?

इस लेख में हम आपको वेबपेज के बारे में पूरी जानकारी दें रहे है. आपको इस लेख में एक वेबपेज क्या है? (What is a Webpage in Hindi?), वेबपेज की परिभाषावेबपेज के प्रकार, वेबपजे कैसे बनाते है? आदि सवालों के जवाब मिल जाऐंगे.

इसके अलावा हम आपको एक वेबपेज और वेबसाइट में अंतर के बारे में भी जानकारी देंगे. समझने में सहायता के लिए इस लेख के प्रत्येक भाग को अलग-अलग बांट दिया है.

Table of Content

1.   वेबपेज क्या होता है?

2.   वेबपेज के विभिन्न प्रकार

3.   वेबपेज और वेबसाइट में अंतर

4.   वेबपेज कैसे बनाते है?

5.   आपने क्या सीखा?


Webpage क्या है – What is a Webpage in Hindi?

Webpage, इंटरनेट पर उपलब्ध एक HTML Document होता है, जिसे वेब ब्राउजर द्वारा पढ़ा जाता है. प्रत्येक वेबपेज का एक विशिष्ट वेबपता होता है जिसके जरिए इसे कोई भी व्यक्ति एक्सेस कर सकता है. वेबपेज में साधारण टेक्स्ट के साथ ग्राफिक्स, वीडियो, ओडियो, हाइपरलिंक्स तथा अन्य सामग्री समाहित होती है.

     वेबपेज को HTML Document भी कहते है क्योंकि वेबपेज को मुख्यत: HTML में ही लिखा जाता है. HTML भाषा के अलावा इन्हे अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं में भी लिखा जाता है.

इन वेबपेजों को ऑनलाइन स्टोर करने के लिए वेब सर्वरों का उपयोग होता है. ये वेब सर्वर हमेशा इंटरनेट से कनेक्ट रहते है. इसलिए, इनमे उपलब्ध जानकारी 24×7 एक्सेस की जा सकती है.

किसी एक टॉपिक पर मौजूद सभी वेबपेजों को वेबमास्टर्स (वेबपेज लिखने वाले) एक ही सर्वर पर रख लेते है. और इस वेब सर्वर को एक नाम दे दिया जाता है. जिसे आम भाषा में वेबसाइट कहते है.

जैसे; teachask.com ऑनलाइन ट्युटोरियल्स के वेपबेजों का कलेक्शन है. इसलिए, हमने हमारे सर्वर का नाम teachask .com रखा है.

दुनिया का पहला वेबपेज किसने और कब बनाया?

दुनिया का पहला वेबपेज अथवा HTML Document माननीय Sir Tim Berners Lee द्वारा सन 1991 में बनाया गया था. पहले वेबपेज को लिखने के लिए HTML भाषा का उपयोग किया गया था. और आज भी इस भाषा का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है. इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप इस वेबपेज पर जाएं – 


वेबपेज कैसे ओपन करते हैं – How to Open a Webpage in Hindi?

·         स्टेप: #1 – एक ब्राउजर ओपन कर लिजिए

·         स्टेप: #2 – ब्राउजर की सर्च बार में URL टाइप कीजिए

·         स्टेप: #3 – टाइप करने के बाद एंटर या ओके दबाएं

·         स्टेप: #4 – वेबपेज देंखे

आइए, अब इसे प्रोसेस को विस्तार से समझते है. और जानते है कैसे आप एक वेबपेज को ओपन कर सकते है.

Step: #1 – ब्राउजर ओपन करें

सबसे पहले एक ब्राउजर ओपन कर लिजिए. यह प्रोग्राम आपके कम्प्यूटर और स्मार्टफोन दोनों के साथ फ्री आता है. जैसेगूगल क्रोम ब्राउजर, इंटरनेट एक्सप्लोरर आदि.

Step: #2 – ब्राउजर की सर्च बार में URL टाइप कीजिए

आपको याद हो तो हमने ऊपर बताया था कि प्रत्येक वेबपेज का एक विशिष्ट वेबपता होता है. इसे ही URL (Uniform Resource Locator) कहते है.

आप जिस वेबपेज को ओपन करना चाहते है उसका वेबपता ब्राउजर की सर्च बार में टाइप करना है. समझने के लिए आप http://teachask.blogspot.com टाइप करें.

Step: #3 – एंटर या ओके दबाएं

एड्रेस टाइप करने के बाद सर्च करने के लिए एंटर या फिर ओके बटन दबाएं. ऐसा करते ही ब्राउजर इस वेबपेज को इंटरनेट पर ढूँढ़ना शुरु कर देगा और कुछ ही सैकण्ड में आपके सामने इस यूआरएल से जुड़ा वेबपेज सामने होगा.

Step: #4 – वेबपेज देंखे

आपके सामने वेबपेज खुल चुका है. इस वेबपजे में मौजूद जानकारी को देंखे, समझे और समझ ना आए तो कमेंट करके वेबमास्टर से पूछे.

तो इस तरह आप एक वेबपेज को अपने कम्प्यूटर या मोबाइल फोन में ओपन कर सकते है.

अब आपके मन में एक सवाल आ रहा होगा कि मुझे वेबपेज का यूआरएल कैसे पता चलेगा. इंटरनेट पर तो करोड़ों वेबपेज मौजूद है?

आपने सही सवाल पूछा है और यह समस्या वेब निर्माताओं ने समझ ली थी. इसलिए, इसका समाधान निकाला – सर्च इंजन.

सर्च इंजन एक ऐसी वेबसाइट होती है जो इंटरनेट पर मौजूद वेबपेजों को इकट्ठा करके अपने डेटाबेस में टॉपिक अनुसार छांटकर रखती है. और यूजर्स के लिए इन वेबपेजों को ढूंढ़ने के लिए सर्च टूल मुहैया कराती है.

गूगल सर्च इंजन, बिंग सर्च इंजन, याहू सर्च इंजन आदि वेबसाइटों का यहीं काम है. और आप इस वेबपेज को गूगल के द्वारा ढूँढ़्कर ही पहुँचे है.

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमारे इंटरनेट से जानकारी कैसे सर्च करते है. इस गाइड को पढ़ सकते है. यहां पर हमने सर्च इंजनों द्वारा मन पसंद जानकारी ढूँढ़ने के बारे में बताया हुआ है.


वेबपेज के विभिन्न प्रकार – Types of Webpage in Hindi

Webpage की प्रकृति और बनावट को समझने के लिए वेबपेज के दो प्रकार बताए गए है.

1.   Static Webpage

2.   Dynamic Webpage

1.Static Webpage

एक Static Webpage जिसे Flat Page भी कहा जाता है, एक साधारण HTML Document होता है. Static Webpage को केवल HTML और CSS से ही बनाया जाता है.

आप एक Static Webpage की तुलना Newspaper और Magazine Article से कर सकते है. इस तरह के वेबपेज में User यानि कि हम कोई परिवर्तन नही कर सकते है. इसे केवल Webmaster ही Change कर सकता है.

इन वेबपेजों में मौजूद जानकारी भी बहुत लंबे समय तक एक जैसी ही बनी रहती है. बहुत ही कम अपडेट होती है.

एक स्टैटिक वेबपेज का फाइल एक्सटेंशन .html, .htm होता है. चैक करने के लिए अपने ब्राउजर की सर्च बार देखिए और इस वेबपेज का यूआरएल देखिए क्या लिखा हुआ है.

2. Dynamic Webpage

एक Dynamic Webpage बिल्कुल Static Webpage के विपरीत होता है. यह वेबपेज समय के अनुसार बदलता रहता है. जैसे एक News Site पर हमेशा Current Time की News पहले दिखाई जाती जाती है और अन्य खबरें बाद में दिखाई देती है.

Dynamic Webpages को बनाने के लिए जिस तकनीक का उपयोग किया जाता है, उसे सामुहिक रूप में DHTML नाम दिया गया है. DHTML की Full Form Dynamic Hypertext Markup Language है.

इन वेबपेजों पर वेबमास्टर के अलावा आप और हम भी जानकारी जोड़ सकते है. इसलिए, वेबपेज जल्दी-जल्दी अपडेट होते रहते है.

ड्यानामिक वेबपेजों को स्क्रिप्ट द्वारा लिखा जाता है. इसलिए, इनका फाइल एक्सटेंशन .php, .cgi, .pl, .asp होता है. यह केवल कुछ ही नाम है यह संखा दर्जनों हो सकती है.


वेबपेज और वेबसाइट में अंतर – Difference between a Webpage and Website in Hindi

एक वेबसाइट और वेबपेज में क्या अंतर होता है?

यह सवाल एक साधारण इंटरनेट यूजर को हमेशा ही Confused करता है. और इस उलझन के कारण कुछ लोग वेबपेज और वेबसाइट दोनों को एक ही चीज समझने लगते है.

लेकिन, हम आपको बताना चाहेंगे कि वेबसाइट और वेबपेज दोनों एक ही सिक्के के दो पहलु है. और दोनों एक दूसरे से परस्पर (Interconnected) जुडे हुए है.

वेबपेज और वेबसाइट में अंतर

वेबपेज

वेबसाइट

 

वेबपेज एक HTML Document होता है.

वेबसाइट, ऐसे वेबपजों का समूह होता है.

 

वेबपेज को फ्री बनाया जा सकता है.

जबकी एक वेबसाइट को बनाने के लिए पैसा चुकाना पड़ता है. तब जाकर एक लाइव वेबसाइट ऑनलाइन रह पाती है.

 

वेबपेज बनाने के लिए किसी वेबसाइट की जरूरत नहीं पड़ती है.

लेकिन, एक वेबसाइट को बनाने के लिए बहुत सारे वेबपेजों की आवश्यकता पड़ती है.

 

वेबपेज को साधारण नोटपेड से ही बनाया जा सकता है.

जबकि, एक वेबसाइट को बनाने के लिए विभिन्न टूल्स की जरूरत पड़ती है.

 

वेबपेज बनाने के लिए ज्यादा एडवांस जानकारी की जरूरत नहीं पड़ती है.

अगर, आप एक वेबसाइट बनाएंगे तो आपको विभिन्न वेब टेक्नोलॉजी की जानकारी होनी जरूरी है.


Webpage कैसे बनाये – How to Create a Webpage?

एक वेबपेज को बनाना बहुत आसान है आप खुद अपने लिए एक वेबपेज बना सकते है. एक वेबपेज को बनाने के लिए आपको HTML, Web Browser और एक Text Editor जैसेNotepad की जरूरत पडेगी.

और एक सामान्य Computer में वेब ब्राउजर और एक Text Editor तो Install रहते है. और HTML Coding आपको सीखनी पडती है.

रही बात एक वेबपेज बनाने की तो यह एक Technical Work है. जिसके लिए आपको थोडा Technical Knowledge होना जरूरी है.

इसलिए हमने यहाँ वेबपेज बनाने के बारे मे जानकारी नही दी है. हमने एक वेबपेज कैसे बनाये? नाम से एक अलग Tutorial लिखा है. आप यहाँ जाकर वेबपेज को बनाने के बारे में पूरी जानकारी ले सकते है.


आपने क्या सीखा?

इस लेख में हमने आपको वेबपेज के बारे में पूरी जानकारी दी है. आपने जाना कि एक वेबपेज क्या होता है? वेबपेज के प्रकार, वेबपेज कैसे बनता है?

इसके अलावा आपने एक वेबपेज और वेबसाइट में अंतर के बारे में भी जाना है. हमे उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आएगा और आपके लिए उपयोगी साबित होगा.

यदि आपको वेबपेज के बारे में कुछ भी Confusion है तो आप Comment के माध्यम से अपनी Confusion के बारे में बता सकते है. हमे आपको जवाब देने में खुशी होगी.

इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ताकि उन्हे भी वेबपेज के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएं.

#BeDigital

 

HTML सीखने के लिए Right Tools and Skills की जानकारी.

HTML को सीखने के लिए आवश्यक Tools और Skills क़े बारे में जानीए.

HTML Codes लिखने के लिए और HTML से Website बनाने से पहले ये जानना जरूरी है कि आप और आपका Computer HTML Codes लिखने के लिए बिल्कुल तैयार है? क्योंकि HTML को लिखने और HTML से Website बनाने के लिए कुछ Technical Skills और Tools की जरूरत पडती है. जिनकी सहायता से HTML Codes को लिखा और देखा जाता है.

इस Lesson में हम आपको HTML Codes को लिखने के लिए आवश्यक Technical Skills और कुछ जरूरी Right Tools के बारे में ही बताऐंगे. ताकि यह पक्का हो सके कि आप और आपका कम्प्युटर HTML Codes से Webpage बनाने के लिए बिल्कुल तैयार है. इस Lesson को हमने निम्न भागों में विभाजित किया है.

Table of Content

1.   HTML लिखने के लिए आवश्यक Technical Skills

o    Computer Fundamentals का ज्ञान – Knowledge of Computer Fundamentals

o    Keyboard की जानकारी – Knowledge of Keyboard

2.   HTML लिखने के लिए जरुरी Right Tools

o    Text Editor

o    Web Browser

3.   आपने क्या सीखा?

 

1. HTML लिखने के लिए आवश्यक Technical Skills

1. Computer Fundamentals का ज्ञान – Knowledge of Computer Fundamentals

HTML लिखने के लिए सबसे जरूरी है आपको Computer Fundamentals की Knowledge होनी चाहिए. इसके लिए आपको कुछ Computer Basics Functions के बारे मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए. आपको कम्प्युटर को चालु करनाकम्प्युटर मे फोल्डर बनानाकम्प्युटर में फाईल सेव करना, पहले से Save File को Open करना, किसी भी Computer Program को Run करना और उसे Close करना आदि Basics Tasks आना जरूरी है.

यदि आपको Computer Fundamentals की जानकारी नही है, तो आप हमारे Computer Tutorials को पढकर Computer Basics की जानकारी हिंदी में ले सकते है. क्योंकि हमारे Computer Tutorials Hindi भाषा में उपलब्ध है.

2. Keyboard की जानकारी – Knowledge of Keyboard

यदि आपको Computer Programming की जानकारी है तो आप अच्छी तरह से जानते होंगे? कि Programming Languages की Coding की जाती है. इसी तरह HTML Language की भी Coding की जाती है. इसी तरह HTML Coding को HTML Tags के माध्यम से किया जाता है. जिसके लिए हमे की-बोर्ड का उपयोग करना पडता है. इसलिए आपको कम्प्युटर की-बोर्ड की जानकारी भी होना जरूरी है.

आपको की-बोर्ड में उपलब्ध बटनों (Keys) के नाम पता होना चाहिए और Keyboard Keys का उपयोग करना भी आना जरूरी है. हमने Computer Keyboard और इसके उपयोग के बारे में एक Lesson अलग से बनाया हुआ है. आप इस Lesson को पढकर की-बोर्ड के बारे में पूरी जानकारी ले सकते है.

HTML लिखने के लिए जरुरी Right Tools

HTML के लिए जरुरी Right Tools के बारे में आपको सही जानकारी होना जरूरी है. क्योंकि कुछ लोग समझते है कि HTML Coding करने के लिए हमे बाहर से Tools खरीदने पडते है. लेकिन, ये बात बिल्कुल सही नही है. क्योंकि आपके कम्प्युटर में पहले से ही ये Tools उपलब्ध है. और आपको इनके लिए एक पैसा भी खर्च नही करना है.

तो आईए जानते है कि HTML Programing करने के लिए जरूरी Tools कौन-कौनसे है? और इन Tools का नाम क्या है? और ये Tools आपके कम्प्युटर में कहाँ उपलब्ध है?

1. Text Editor

HTML Document एक Simple Text File होती है. जिसके लिए हमें एक Simple Text Editor की जरूरत पडती है. आप इस कार्य के लिए Notepad का उपयोग कर सकते है. जो आपके Windows PC में पहले से ही Install होता है.

Notepad HTML Code लिखने के लिए एक Perfect Tool है. इसलिए आप HTML Document बनाने के लिए Notepad का उपयोग ही करें. HTML Coding के लिए Rich Text Editor जैसे MS Word का उपयोग बिल्कुल ना करें.

2. Web Browser

HTML Coding को पढने के लिए Web Browser की जरूरत पडती है. यदि आप एक HTML Document को Notepad में Open करेंगे तो आपको HTML Tags के अलावा कुछ नही दिखेगा.

इसलिए HTML Tags को समझने के लिए ब्राउजर का उपयोग किया जाता है. एक इंटरनेट ब्राउजर HTML Tags को समझता है और उसके अर्थ को हमे दिखाता है. जैसे हम HTML Document में Heading लिखना चाहता है. तो इसके लिए हम HTML Heading Tags का उपयोग करते है. Browser इस HTML Heading Tags को पढता है और इसे समझता है. इसके बाद हमे Heading दिखाता है.

आपके कम्प्युटर में पहले से ही एक सुरक्षित और उपयोगी ब्राउजर Install रहता है. जिसका नाम Internet Explore है. इसे सिर्फ IE के नाम से भी जानते है. आप इसके अलावा Google Chrome या फिर Mozilla Firefox का भी इस्तेमाल कर सकते है.

आपने क्या सीखा?

इस Lesson में आपने जाना कि HTML Codes को लिखने के लिए जरूरी Technical Skills और आवश्यक Right Tools कौन-कौनसे है? हमें उम्मीद है कि यह Lesson आपके लिए उपयोगी साबित होगा. यदि आपके पास इस Lesson से संबंधित कोई विचार है तो आप हमें Comment के माध्यम से बता सकते है.

Basic HTML Web Page Structure in Hindi.

HTML Document के Basic Structure की पूरी जानकारी.

HTML Document या एक HTML Page का निर्माण HTML Elements और HTML Tags से होता है. HTML Page को आप Webpage के नाम से भी जानते है.

एक अखबार (Newspaper) या पत्रिका लेख (Magazine Article) की बनावट के अनुरूप ही एक HTML Page का Structure होता है. एक सामान्य पत्रिका लेख में Headings (शीर्षक), Paragraphs, Sub-headings (उपशीर्षक) आदि होते है. ठीक यही चीजे एक Basic HTML Document में भी होती है.

एक HTML Document में भी शीर्षक, Paragraphs तो होते ही है. इनके अलावा भी कई और चीजे एक HTML Page में होती है. जिनके बारे में नीचे बताया जा रहा है.

Table of Content

1.   HTML Page Structure

o    The Doctype Element

o    The html Element

o    The head Element

o    The body Element

2.   आपने क्या सीखा?

 

HTML Web Page Basic Structure

एक Basic HTML Document Structure चार चीजों से मिलकर बनता है. जिन्हें आप नीचे Image में देख सकते है.

 

1.   The Doctype Element

2.   The html Element

3.   The head Element

4.   The body Element

ये चार चीजे या यूँ कहे कि चार HTML Tag एक HTML Document का ढाँचा या कंकाल (Skeleton) बनाते है. इस HTML Page के कंकाल के ऊपर हमारा सारा कार्य निर्भर रहता है. ये चार HTML Tags एक HTML Page Structure में शामिल होते है. आईए अब प्रत्येक HTML Tag के बारे में जानकारी लेते है.

1. The Doctype Element

DOCTYPE Element का पूरा नाम Document Type Definition है. इस Tag से हमे Document Type और HTML Version इन दो चीजों के बारे में जानकारी मिलती है.

Document Type Computer को बताता है कि यह एक HTML Document है. और HTML Version से हमे HTML Version की जानकारी मिलती है कि इस HTML Document में HTML का कौनसा Version इस्तेमाल किया गया है.

HTML Version और Document Type Declaration का उपयोग Browser द्वारा HTML Page को सही तरह और पूरी तरह समझने के लिये किया जाता है. इसलिए Doctype Declaration को हमे HTML Page बनाते समय जरूर लिखना चाहिए.

2. The html Element

Doctype Declaration के तुरंत बाद Opening <html> Tag को लिखा जाता है. HTML Element HTML Page का Root Element होता है. Opening HTML Tag <html> और Closing HTML Tag </html> के बीच में ही अन्य HTML Tags को लिखा जाता है.

3. The head Element

Head Element के द्वारा HTML Document के Head Part को Define किया जाता है. इस Element की HTML Page में महत्वपूर्ण भूमिका होती है.

Head Element का उपयोग Browsers और Search Engines को HTML Document यानि Webpage के बारे में सूचना (Information) देने के लिए किया जाता है.

HTML के Head Element में एक Title element लिखा जाता है. Title Tag के द्वारा HTML Document का Title लिखा जाता है. Document Title Browser Window और SERPs यानि Search Engine Result Pages में दिखाई देता है.

 

Title के अलावा एक Webpage के बारे में अतिरिक्त जानकारी Meta Tag द्वारा लिखि जाती है. इस जानकारी में Page Description, Keywords, Page Authorship Information, Author Name, Character Encoding, Browser Instruction आदि शामिल है. इस जानकारी को सामूहिक रुप में Meta Data कहा जाता है. Meta Data Users के लिए उपलब्ध नही रहता है. क्योंकि यह जानकारी Actual Content का हिस्सा नही होती है.

कुछ External Resources जैसे JavaScript, External StyleSheets भी Head Element में ही जोडी जाती है. External Page Resources को HTML Document में जोडने के लिए Link Tag का उपयोग किया जाता है.

4. The body Element

आपको जो हिस्सा इस Lesson में दिखाई दे रहा है. वो सभी Body Element के भीतर ही लिखा गया है. अर्थात एक Webpage का जो भाग हमें Browser Window में दिखाई देता है. वो सबकुछ Body Tag में लिखा जाता है.

Body Tag एक HTML Document का Main Container होता है. Page Headings, Paragraphs, Sub-headings को Body Element के भीतर ही लिखा जाता है. Graphics, Multimedia Files, या अन्य कोई भी जानकारी जो आप User को दिखाना चाहते है. इसी Element के अंदर लिखी जाती है.

आपने क्या सीखा?

इस Lesson में हमने आपको HTML Page Structure के बारे में पूरी जानकारी दी है. आपने जाना कि एक HTML Page Structure को बनाने के लिए चार HTML Tags का उपयोग किया जाता है. जिनमें DOCTYPE, HTML Element, Head Element और Body Element शामिल है. हमे उम्मीद है कि यह Lesson आपके लिए उपयोगी साबित होगा. और आपको HTML Page Structure को समझने में मददगार साबित होगा.

Write Your First HTML Document in Hindi.

HTML से अपना पहला Web Page बनाना

HTML से Webpage बनाना बहुत ही आसान है. आप सिर्फ Basic HTML Tags का उपयोग करके Webpage Create कर सकते है. Webpage के साथ-साथ HTML से Website बनाना भी सरल है.

इस Tutorial में हम आपको HTML से Webpage बनाने की पूरी जानकारी देंगे. आप हमारे साथ HTML से अपना पहला HTML Document Create करेंगे.

Table of Content

1.   HTML से Webpage बनाने का तरीका

o    एक Text Editor Open कीजिए

o    HTML Code लिखिए

o    HTML File को Save कीजिए

o    HTML File को Browser में Open कीजिए

2.   आपने क्या सीखा?

HTML से First Webpage बनाने का तरीका

Step: 1 एक Text Editor Open कीजिए

अपना First HTML Webpage बनाने के लिए सबसे पहले तो एक Simple Text Editor को Open कीजिए. इसके लिए आप Notepad का उपयोग कर सकते है. Notepad शुरुआत करने के लिए सबसे अच्छा टूल है.

Step: 2 HTML Code लिखिए

Notepad को Open करने के बाद आपको इसमें कुछ HTML लिखनी है. आप नीचे लिखे HTML Program को अपने नोटपैड में Copy कर सकते है. या फिर इस HTML Program को Keyboard की मदद से लिख सकते है.

इस Example में हमने एक HTML Document के सामान्य Structure में काम आने वाले Tags को Use किया है. आप एक HTML Document Skeleton के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारे इस Lesson को पढ सकते है. इस Lesson का URL नीचे दिया गया है.

<!DOCTYPE html>            
<html>
<body><h1>My First Heading</h1><p>My first paragraph.</p>

</body>
</html>

Example को समझिए

1.   <!DOCTYPE html> HTML Tag Document को Define करता है.

2.   <html> Tag एक HTML Document का मुख्य Tag होता है. जिसके अंदर सारी HTML को लिखा जाता है.

3.   <body> Tag में एक HTML Document का Visible Part लिखा जाता है. जो हिस्सा हमे एक Webpage में दिखाई देता है. उसे Body Tag के अंदर ही लिखा जाता है.

4.   <h1> Tag का उपयोग Heading बनाने के लिए किया जाता है. HTML में h1 से h6 तक की Heading होती है.

5.   <p> Tag का उपयोग HTML Document में Paragraph लिखने के लिए किया जाता है.

Step: 3 HTML File को Save कीजिए

ऊपर जो आपने HTML लिखि है. उसको अब अपने Computer में Save कीजिए. HTML File को Save करना इतना ही आसान है जितना कि अन्य फाईल को Save करना. यदि आपको HTML File को Save करना नही आता है. तो आप नीचे बताए गए Tutorial को जरूर पढीए. इस Tutorial में हमने एक HTML Document को ठीक प्रकार से Save करने के बारे में बताया है.

HTML File को Save करने के लिए File पर जाए. इसके बाद Save पर जाए. या फिर की-बोर्ड सेे Ctrl + S दबाएं.  अब आपके सामने एक SaveAs Dialog Box खुलेगा. यहाँ अपनी फाईल का नाम लिखे. नीचे चित्र देंखे. जैसेfirstwebpage.html, Encoding में UTF-8 चुने. और इसके बाद Save बटन पर क्लिक कीजिए.

 

Note: HTML File Name में .html जरूर लिखें. .html HTML Document का File Extension होता है.

Step: 4 HTML File को Browser में Open कीजिए

अब आपका First HTML Document बिल्कुल तैयार हो चुका है. अब HTML Codes से बने वेबपेज को देखना है. इसके लिए हमे अपनी Saved File को Open करना है. फाईल को खोलने के लिए इसके ऊपर माऊस से डबल क्लिक कीजिए. आपकी फाईल आपके Default Browser में Open हो जाएगी. जो आपको कुछ इस प्रकार की दिख रही होगी.

 

आपने क्या सीखा?

इस Tutorial में हमने आपको HTML से Webpage/Website बनाना सिखाया है. आपने इस Tutorial द्वारा अपना पहला Webpage बनाया है. हमे उम्मीद है कि यह Tutorial आपके लिए उपयोगी साबित होगा. यदि आपको अपना First HTML Webpage Create करने में कोई भी परेशानी आए तो आप हमे Comment के माध्यम से बता सकते है.

 

HTML Document को Save कैसे करें?

एक HTML Document को Save करने की पूरी जानकारी

एक HTML Document को Save करना उतना ही आसान है जितना कि एक Simple Text Document को Save करना. आप कुछ ही मिनटों में एक Simple Text File को एक HTML Document में Change कर लेंगे.

क्योंकि Save करने से पहले HTML Codes भी Simple Text मात्र ही है. जब आप इन HTML Codes को अपने कम्प्युटर में Save करते है. तब यह HTML Code एक HTML Document बन जाते है. तो आइए जानते है इस HTML Document को Save कैसे करें?

Table of Content

1.   HTML Document को Save करने से पहले ध्यान रखने योग्य कुछ बातें

2.   HTML Document को Save करने का तरीका

3.   आपने क्या सीखा?

HTML Document को Save करने से पहले ध्यान रखने योग्य कुछ बातें

1.   HTML Document के File Name में Space का उपयोग बिल्कुल ना करें. सभी अक्षरों को एक साथ मिलाकर ही लिखें. जैसेfirstfile.html और myfile.html आप भी इसी तरह File Name लिखें.

2.   हमेशा Small Letters का उपयोग करें. File Name में Capital Letters का भी उपयोग ना ही करें. हो सके तो Capital Letters को File Name में शामिल ना करने की कोशिश करें.

3.   File Name में Special Characters (जैसे, $ # % @ आदि) का उपयोग भी ना करें. आप File Name को ज्यादा पठनीय (Readable) बनाने के लिए Hypen अथवा Dash (-) या फिर Underscore (_) का उपयोग कर सकते है.

4.   अंतिम, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण File Name के आगे .html जरूर लिखें. .html एक HTML Document का File Extension होता है. जो कम्प्युटर को बताता है कि यह एक HTML Document है.

HTML Document को Save करने का सही तरीका

1. सबसे पहले Menu Bar से File Menu पर क्लिक कीजिए. Menu Bar आपके Text Editor में बांए कोने में सबसे ऊपर मौजूद है.

2File Menu से आपको Save पर क्लिक करनी है. या आप Direct Keyboard से Ctrl+S भी दबा सकते है.

 

3. ऐसा करने पर आपके सामने Save As Dialog Box खुलकर सामने आएगा. यहाँ से आपको तीन जरूरी कार्य करने है. जो नीचे Screenshot मे दिखाए गए है.

 

1.   सबसे पहले अपने HTML Document को Save करने के लिए जगह का चुनाव कीजिए. यानि आप अपने कम्प्युटर में कहाँ पर अपनी HTML File को Save करना चाहते है. हम आपको सलाह देंगे कि आपको इस कार्य के लिए कम्प्युटर में नया फोल्डर बनाना चाहिए. फिलहाल Desktop आपके लिए सही विकल्प है.

2.   जगह का चुनाव करने के बाद आपको HTML Document का File Name देना है. जैसे हमने first-html-page.html नाम दिया है. आप अपने हिसाब से HTML File का नाम दे सकते है. लेकिन इस File Name के आगे .html लिखना ना भूले. HTML Document को Save करते समय इस बात को हमेशा ध्यान रखें.

3.   File Name देने के बाद आप Save पर क्लिक करदें. आपका HTML Document Save हो जाएगा.

आपने क्या सीखा?

इस Tutorial में हमने आपको HTML Document को Save करने का तरीका बताया है. हमे उम्मीद है कि इस Tutorial को पढने के बाद आप भी अपने HTML Document को सही तरह से Save कर पाऐंगे. यदि आपको HTML Document को Save करने में किसी भी प्रकार की दिक्कत आए तो आप हमे comment के माध्यम से बता सकते है.

 

HTML File को Open कैसे करें?

HTML File को Open करने की पूरी जानकारी

HTML Document को Open करना किसी अन्य File को Open करने के समान ही आसान कार्य है. आप एक HTML File को विभिन्न तरीकों से Open कर सकते है.

यदि आप HTML Document को एक Webpage के रूप में देखना चाहते है, तो आपको HTML File को Browser में Open करना चाहिए. और यदि आप एक HTML File को Edit करना चाहते है, या फिर HTML Document के Source Code को देखना चाहते है? तो आपको HTML File को Notepad में Open करना चाहिए.

इस Turorial में आप जानेंगे कि एक HTML Document को Browser में Open कैसे करें? और एक HTML Document को Notepad में कैसे Open करें? इसके अलावा आप ये भी जान पाऐंगे कि एक HTML File को Browser में कब Open करना चाहिए? और Notepad में कब Open करना चाहिए.

Table of Content

1.   HTML Document को Open करने की विधियाँ

o    HTML File को Browser में Open करना

o    HTML File को Notepad में Open करना

2.   आपने क्या सीखा?

HTML Document को Open करने की विधियाँ

जैसा हमने ऊपर बताया आप एक HTML Document को दो तरीको से Open कर सकते है.

1.   HTML File को Browser में Open करना

2.   HTML File को Notepad में Open करना

1. HTML File को Browser में Open करने का तरीका

1. पहले से Save HTML Document को Open करने के लिए सबसे पहले उस जगह पर जाए. जहाँ पर आपका HTML Document Saved है.

2. जब आपको HTML Document मिल जाए तो आप इस HTML File पर Mouse से Double Click (Right Click को जल्दी से दो बार दबाना) कीजिए.

 

3. Double Click करते ही आपका HTML Document आपके Default Browser में Open हो जाएगा. यह कुछ इस प्रकार का हो सकता है. नीचे चित्र देंखे.

 

4. यह कोई जरूरी नही है कि सभी HTML Document ऊपर चित्र मे दिखाए अनुसार ही हो. यह चित्र तो एक Simple HTML Document का नमूना है. जो सिर्फ सिखाने के उद्देशय से बनाया गया है. एक HTML Document इस Turorial के जैसा भी हो सकता है. जिसे आप अभी पढ रहे है.

2. HTML File को Notepad में Open करने का तरीका

ऊपर आपने एक HTML Document को Browser में Open करने का तरीका जाना है. अब हम एक HTML File को Notepad में Open करने का तरीका जानेंगे. तो आइए HTML File को Notepad में Open करते है.

1. सबसे पहले आप जिस HTML File को Notepad में Open करना चाहते है. उस File को अपने कम्प्युटर में ढूँढ ले. यानि कि जहाँ पर आपका HTML Document Save है.

2. जब आप HTML File तक पहुँच जाए. इसके बाद इस File के ऊपर Right Click दबाएं.

3. Right Click दबाने पर आपके सामने एक Menu Open होगी. जिसमें से आपको Open With और इसके बाद Notepad पर क्लिक करनी है. 

4. ऐसा करने के बाद HTML File Notepad में खुल जाएगी. जिसमें आपके द्वारा लिखे गए HTML Codes दिखाई दे रहे होंगे.

आपने क्या सीखा?

इस Turorial में हमने आपको पहले से तैयार एक HTML File को Open करना बताया है. हमे उम्मीद है कि यह Turorial आपके लिए उपयोगी साबित होगा. और आप इस Turorial को पढने के बाद किसी भी HTML Document को आसानी से Open कर पाऐंगे. यदि आपको HTML Document को Open करते समय कोई भी दिक्कत आए तो आप हमे Comment के माध्यम से बता सकते है.

 

Webpage के HTML Source Code कैसे देंखे – View Source Code in Hindi.

Webpage के HTML Source Code देखने का तरीका

इस Website या Blog का Design कितना सुंदर और आकर्षक (Beautiful & Attractive) है. अगर इस Website के Design का Source Code मुझे पता चल जाए तो मैं भी अपने Blog का Design ऐसा ही बनाउंगा.

एक Website कैसे बनती हैWebsite के पीछे HTML Coding कैसे की गई है? इस Website में HTML Tags का उपयोग कैसे किया गया है? आपके मन मे भी ऐसे विचार जरूर आते होंगे?

अगर आप एक Programming Student है तो आप जरूर जानना चाहेंगे कि फंला Website की Coding या Programming कैसे की गई है? और Source Code को देखने के बाद ही आपकी जिज्ञासा शांत होगी.

तो आइए जानते है कि HTML Document के Source Code कैसे देखे जाते है? और Source Code देखने के क्या फायदे है?

Source Code देखने के तरीको के बारे में बताने से पहले हम आपको Source Code के बारे में कुछ जानकारी देना चाहेंगे. ताकि आपको Source Code की पूरी जानकारी हो जाए.

Table of Content

1.   Source Code का परिचय – Introduction to Source Code.

2.   क्या किसी Website के Source Code को देखना Legal कार्य है?

3.   क्या View Source Code के द्वारा किसी Blog Website के संपूर्ण Coding को देखा जा सकता है?

4.   किसी Website या Blog के HTML Source Code को देखने के फायदे क्या है?

5.   HTML Document के Source Code देखने का तरीका

o    Right Click द्वारा Source Code देखना

o    Webpage के URL में view-sourceलिखकर Source Code देखना

6.   Mobile Phone में Source Code देखने का तरीका

7.   आपने क्या सीखा?

1. Source Code का परिचय – Introduction to Source Code

आप किसी भी Website या Blog का source Code आसानी से देख सकते है. आप इंटरनेट ब्राउजर द्वारा किसी भी Webpage का HTML Source Code देख सकते है. क्योंकि ब्राउजरों में View Source Code Feature Inbuilt रहता है. इसलिए HTML Document का Source Code View करने के लिए अलग से Tool की जरूरत नही रहती है. और ना ही इसके लिए आपको इंटरनेट की जरूरत पडती है.

जब हम किसी Webpage का HTML Source Code देखते है तो हम Result Page के Source Code देख रहे होते है. Actual Code हम नही देख पाते है.

अब आप ये सोच रहे होंगे कि Source Code View करते समय क्या संपूर्ण Source Code दिखते है या कुछ खास Code ही दिखाए जाते है?

इस सवाल का जवाब Webpage के प्रकार पर निर्भर करता है. आप एक Static Website (जो सिर्फ HTML और CSS से बनी है) की लगभग पूरी Coding को देख सकते है. और एक Dynamic Website की सिर्फ Result Page की Coding को देख सकते है. इस बारे में हमने आगे भी बताया है.

2. क्या किसी Website के Source Code को देखना Legal कार्य है?

आपको ऐसा एक भी Web Developer, Web Designer, Web Master नही मिलेगा. जिसने किसी अन्य Website के Source Code को Copy नही किया है. हर पेशेवर Programmer दूसरी Sites के Source Code को देखकर ही अपनी Skills को माझंते है.

अगर आप किसी दूसरी Website के Source Code का इस्तेमाल एक Learning Tool की तरह करते है तो यह कार्य पूरी तरह Legal और सुरक्षित है. यदि आपने Source Code को अपनी Site या Blog के Design में इस्तेमाल कर लिया तो आप एक Illegal कार्य कर रहे है. जो आपको जेल भी पहूँचा सकता है.

इसलिए आप Source Code का उपयोग सीखने के लिए करें ना कि अपने Blog में Copy Past करें. क्योंकि हमें किसी की मेहनत को चुराने का कोई हक नही है.

3. क्या View Source Code के द्वारा किसी Blog Website के संपूर्ण Coding को देखा जा सकता है?

जैसा हमने पहले भी बताया कि इस सवाल का जवाब आपकी Website के प्रकार पर निर्भर करता है. यदि आप एक Static Website के Source Code देख रहे है तो आप लगभग सारी Coding को देखने मे कामयाब हो जाए. और यदि आप एक Dynamic Website के source Code देख रहे है तो आप सिर्फ Result Page के Source Code देखने में कामयाब होंगे. Actual Coding आप नही देख पाऐंगे.

सभी Search Engines, Server Side Scripts जैसे PHP अपनी Queries को Server पर Execute करते है. और हमें Result Page Show करते है. इसलिए हम सिर्फ Result Page के source Code ही देख पाते है. Actual Code नही देख पाते है. आप Search Engines, Forums, Chats आदि सेवाओं के Source Code नही देख सकते है.

इसके अलावा External Style Sheet Files, External JavaScrip आदि के Code भी आप नही देख सकते है. क्योंकि इनकी Coding File मुख्य Webpage से HTML Link Tag द्वारा जुडी रहती है. इन Files के Code मुख्य File में नही लिखे रहते है. इसलिए हम इन्हे नही देख पाते है.

4. किसी Website या Blog के HTML Source Code को देखने के फायदे क्या है?

Source Code देखने के कई फायदे है. दूसरी Sites के Code नजर डालने पर हमें Code Placement के बारे मे जानकारी मिलती है. आप अपनी खुद की Website की Programming सही तरह से कर पाते है. इन फायदों के अलावा भी कई और भी फायदे होते है.

·         अगर आप एक Programming Beginner है, तो Source Code आपके लिए Practical Knowledge का भंडार है. आप Source Code के जरीए Web Designing आसानी से सीख सकते है. आप Source Code को देखकर HTML Tags का सही उपयोग करना सीख सकते है. और HTML Tags के उपयोग की Practical Knowledge ले सकते है.

·         Web Developer के लिए New Skills सीखने के लिए अन्य Sites के Source Code सबसे Best स्रोत है.

·         Website या Blog की Quality को बनाए रखने के लिए भी Website के Source Code को देखना जरूरी होता है.

5. HTML Document के Source Code देखने का तरीका

HTML Source Code देखने के कई अलग-अलग तरीके है. इस Lesson में हम आपको दो सरल तरीकों से Source Code देखने के बारे में बताऐंगे.

1.   Right Click द्वारा Source Code देखना

2.   Webpage के URL में view-sourceलिखकर Source Code देखना

Right Click Menu द्वारा Source Code देखने का तरीका बहुत आसान है. आप सिर्फ कुछ आसान से Steps को Follow करके किसी भी Webpage का HTML Source Code देख सकते है. तो आइए Right Click द्वारा Source Code को देखते है.

1. सबसे पहले ब्राउजर को Open कीजिए. हमने यहाँ Firefox Browser का उपयोग किया है. आप अपनी पसंद के अनुसार किसी भी वेब ब्राउजर का उपयोग कर सकते है.

2. अब आप जिस वेबसाईट या ब्लॉग का Source Code देखना चाहते है. उसे ब्राउजर में Open कीजिए. आप चाहे तो आपके द्वारा बनाए गए किसी HTML Document को Open कर सकते है.

 

3. अब आप Webpage के ऊपर Mouse की Right Click दबाएं. Right Click किसी Image या Link के ऊपर ना दबाएं. नही तो परिणाम अलग हो सकते है. इस बात का जरूर ध्यान रखें.

4. Right Click दबाने के बाद आपके सामने Right Click Menu Open होगी. यहाँ से आप View Page Source पर क्लिक कीजिए. नीचे Screenshot देखें. यह विकल्प ब्राउजर पर निर्भर करता है. इसलिए हो सकता है, आपके ब्राउजर में कुछ अलग नाम हो. जैसे फायरफॉक्स में इसे View Page Source नाम दिया गया है. Internet Explorer में इस विकल्प का नाम View Source है. अन्य ब्राउजरों में भी इससे मिलता-जुलता नाम ही होगा.

 

5. View Page Source पर क्लिक करते ही आपके सामने संबंधित Webpage के Source Code New Window में Open हो जाऐंगे. जो कुछ इस प्रकार के हो सकते है.नीचे Screenshot देंखे.

 

6. Source Code को देखकर आप जान सकते है कि Actual Webpage और Source Code Page में कितनी समानता है. आपने देखा होगा कि Actual Content कुछ HTML Tags से घिरा हुआ है. जिनके नाम से आप इन Tags के उपयोग का अंदाजा भी लगा सकते है.

अब आप Right Click द्वारा तो Source Code देखने का तरीका तो जान गए है. अब हम view-source लिखकर Source Code देखने का तरीका जानेंगे.

View-Source लिखकर Source Code देखने का तरीका

1. इस विधि में पहला और दूसरा Step तो ऊपर बताए गए तरीके के समान ही है. हम मानकर चल रहे है कि आपके सामने ब्राउजर में कोई वेबपेज खुला हुआ है. हम यहाँ भी उसी डॉक्युमेंट का उपयोग कर रहे है. जिसका Use हमने ऊपर किया है.

2. अब आप ब्राउजर की Address Bar में Webpage के URL के पीछे view-source लिखिए और Enter दबाएं. नीचे Screenshot देंखे.

 

3. Enter दबाते ही आपके सामने New Browser Window में Webpage के Source Code खुल जाऐंगे.

6. Mobile Phone में Source Code देखने का तरीका

यदि आप एक मोबाईल फोन में Webpage के HTML Source Code देखना चाहते है. तो आप Chrome Browser के Mobile Version में Source Code आसानी से देख सकते है.

Android Mobile में Source Code देखने के लिए आपको ऊपर बताए गए तरीको में से दूसरा तरीका आजमाना पडेगा. आप Chrome Browser की Address Bar में Webpage के URL के पीछे view-source लिखिए. और Search के Icon या फिर Go पर Tap कीजिए. आप चाहे तो Page को Refresh भी कर सकते है. जो भी आपको Suitable लगे वो आप कीजिए. आपके सामने Source Code खुल जाऐंगे.

 

HTML Tags in Hindi की पूरी जानकारी.

HTML Document को HTML Tags द्वारा ही Define किया जाता है. एक HTML File का निर्माण HTML Tags से ही होता है.

अब आप यही सोच रहे होंगे कि ये HTML Tag क्या होता है – What is an HTML Tag? HTML Tags कितने प्रकार के होते है – Types of HTML Tags? HTML Tags को एक HTML Document में किस प्रकार लिखा जाता है – How to Define an HTML Tag?

इस Lesson में हम आपको HTML Tags के बारे में पूरी जानकारी देंगे. HTML Tags को आसानी से समझने के लिए हमने इस Lesson को तीन भागों में बाँटा है.

Table of Content

1.   HTML Tags का परिचय – Introduction to HTML Tags in Hindi

2.   HTML Tag का Syntax – Syntax of an HTML Tag in Hindi

3.   HTML Tags के विभिन्न प्रकार – Types of HTML Tag in Hindi

4.   आपने क्या सीखा?

HTML Tags का परिचय – Introduction to HTML Tags

HTML Tag एक साधारण शब्द या अक्षर होता है. जो Angular Brackets (< >) से घिरा रहता है. इस प्रकार एक साधारण शब्द/अक्षर और Angular Brackets से एक HTML Tag का निर्माण होता है. नीचे कुछ उदाहरण दिए गए है. आप इन्हे पढकर आसानी से HTML Tag को समझ जाऐंगे.

Example 1

Form एक साधारण शब्द है. HTML Document में Form बनाने के लिए Form Tag का उपयोग किया जाता है. HTML Language में Form Tag बनाने के लिए Form शब्द को Less Than और Greater Than के बीच लिखने से HTML Form Tag का निर्माण होता है. जिसे इस प्रकार लिखा जाएगा.

<form>…</form>

Example 2

HTML Document में Paragraph लिखने के लिए Paragraph Tag को बनाया गया है. जिसमें Paragraph शब्द का केवल P इस्तेमाल किया गया है. जिससे Paragraph Tag का निर्माण होता है. यहाँ P अक्षर को Less Than और Greater Than के बीच लिखा गया है. Paragraph Tag को इस प्रकार लिखा जाता है.

<p> Text </p>

Example 3

Text को Bold यानि गहरा करने के लिए Bold Tag का इस्तेमाल किया जाता है. Bold Tag बनाने के लिए Bold शब्द का मात्र B को Use किया जाता है. यहाँ B अक्षर को Less Than और Greater Than के बीच लिखा गया है. इसे इस प्रकार लिखा जाता है.

<b> Text </b>

HTML Tag का नामकरण उनके द्वारा Define होने वाले Rules के आधार पर ही किया गया है. इसलिए Tag के नाम मात्र से ही उस Tag विशेष के उपयोग के बारे में भी आसानी से पता चल जाता है. कुछ दिन HTML Tags के साथ काम करने के बाद ही आप HTML Tags से Familiar हो जाते है.

HTML Tag को जिस Text पर Apply किया जाता है. वह Text उसी Tag के नाम से Mark हो जाता है. अर्थात <p> … </p> के बीच लिखा गया Text को Browser Paragraph के रूप में पहचानता है. इसलिए ही HTML को MarkUp Language कहा जाता है.

 

HTML Tag का कार्य Text को Define करना होता है. इसके बाद Interpreter (Browser का एक Feature) टैग द्वारा Define किये गये Rule को Read करता है. और Read करने के बाद Text को Rule के अनुसार Display करता है.

HTML Tag का Syntax – Syntax of an HTML Tag

एक HTML Tag के तीन भाग होते है:

1.   Opening Tag

2.   Text

3.   Closing Tag

Opening Tag

Opening Tag को Start Tag भी कहा जाता है. Start Tag का कार्य Browser को बताना है कि अब ये Rule Define हो रहा है. ताकि ब्राउजर उस Tag को सही तरह से Read कर सके. Opening Tag को इस प्रकार लिखा जाता है.

<Tag Name>

Text या Content

Text वह जानकारी होती है; जो Webpage में लिखनी होती है. आप जो सूचना या जानकारी अपने Users को बताना चाहते है. वह Text यहाँ लिखा जाता है. Text लिखने के बाद Syntax कुछ इस प्रकार दिखाई देता है.

<Tag Name> Text

Closing Tag

Closing Tag को End Tag भी कहते है.